कमलनाथ जी की उत्पत्ति ही आग से हुई है

इमरजेंसी में वह भागीदार रहे हैं, 84 के दंगों में लोगों के घर जलाएं। अब मध्यप्रदेश को जलाने की बात कर रहे है। आपदा में कभी तो सेवा की बात कर लीजिए कमलनाथ जी।
 हनी ट्रैप की पेनड्राइव का उनके पास होना सोच के साथ ही शोध का भी विषय है।मुख्यमंत्री रहते हुए पता नहीं कौन-कौन से उन्होंने दस्तावेज गायब किए होंगे।
 मध्यप्रदेश में कोरोना निरंतर नियंत्रण में आता जा रहा है।अब प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 6% से नीचे 5.8 पर  आ चुका है। उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में संसाधन उपलब्ध है, कहीं कोई कमी नहीं है न ऑक्सीजन की, न रेमडेसीविर इंजेक्शन की ,  न आईसीयू की , ना बेड की। मध्य प्रदेश सरकार ने माकूल प्रबंध किए गए हैं अब हमारे पास ऑक्सीजन इंजेक्शन सब सर प्लस में है।
इंदौर , भोपाल हो या ग्वालियर अंचल सभी जगह स्थिति नियंत्रण में आती जा रही है। सिंगल डिजिट में आने के बाद पॉजिटिविटी रेट निरंतर कम हो रहा है।