प्रमाण दीजिए , मैं इस्तीफा दूंगा अपने पद से अन्यथा आप दें कमलनाथ :डॉ नरोत्तम मिश्रा

गृह मंत्री ने की राज्यपाल से मांग,नेता प्रतिपक्ष पर हो राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज।
भोपाल
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने  कमलनाथ और कांग्रेस पर कोरोना की आड़ में समाज मे भ्रम फैलाने औऱ देश को बदनाम करने के लिए
राज्यपाल से मांग की  हैं कि देश के खिलाफ  साजिश रचने वाले नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ धारा 188 और राष्ट्र द्रोह का प्रकरण दर्ज करने की अनुमति प्रदान की जाए। डॉ. मिश्रा ने  कमलनाथ को चुनौती दी है कि आरोपों को प्रमाणित करें अन्यथा अपने पद से त्यागपत्र दें। उन्होंने कहा कि यदि कमलनाथ लगाए गए आरोपों को  प्रमाणित कर देंगे तो मैं त्यागपत्र दे दूंगा।

 डॉ.मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ हो या उनके नेता राहुल गांधी ,सोनिया गांधी हो। सभी कोरोना की आड़ में समाज मे भ्रम फैलाने और देश को बदनाम करने का निरंतर कार्य कर रहे है। छिन्दवाड़ा से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे कमलनाथ कोरोना वायरस को इंडियन वायरस बता रहे है। देश को बदनाम करने के लिए कांग्रेस जिस टूलकिट का उपयोग कर रही है , कमलनाथ भी उस टूल किट के भागीदार है। कमलनाथ हो या कांग्रेस जहाँ देश के सम्मान की बात होती है वह सवाल उठाते है , झूठे बयानों और आंकड़ो को पेश कर देश को बदनाम करने का कोई मौका नही छोड़ते।
कमलनाथ दावा कर रहे है कि प्रदेश में कोरोना से एक लाख से ज्यादा लोगो की मौत हुई है  उनका कहना है यह संख्या डेढ लाख भी हो सकती है।कभी कोरोना पीड़ितों के लिए घर से नही निकलने वाले कमलनाथ लाशें कैसे गिन आये यह जरूर बड़ा सवाल है। हालांकि  84 के दंगों में लाशें गिनने  का तजुर्बा उनके पास है लेकिन हो सकता है उसी तजुर्बे से कोरोना काल मे हुई मौतो की संख्या भी गिनी हो। सच तो यह है कि मौतो की संख्या को लेकर झूठ बोल कर वह समाज मे भ्रम व भय फैलाना चाह रहे है। टवीटर पर,मीडिया में इस तरह के बयान देकर वह पूरे कोरोना काल मे यही भ्रम और भय फैलाने की राजनीति करते आये है। देश और समाज के खिलाफ काम करने वाले कमलनाथ  आज तक किसी भी आरोप का प्रमाण नही दे पाए। उनका काम है केवल झूठ बोलना ओर भय फैलाना। हिम्मत है तो कमलनाथ अपने आरोपो का प्रमाण दे , नही तो इस्तीफा दें।
शिवराज जी की जनहित योजनाओं से सीख ले कांग्रेस
गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना काल मे जनता की सेवा करने की जगह कांग्रेस देश को बदनाम और समाज मे भय फैलाने का काम कर रही है जबकि शिवराज सरकार और भाजपा कोरोना पीड़ितों की सेवा में दिन रात लगे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कोरोना पीड़ितों ओर उनके परिवारों की सहायता के लिए जो योजनाए चालू की है उसकी मिसाल देश मे नही मिलेगी। चाहे वह अनुकम्पा नियुक्ति की योजना हो या अनाथ हो चुके बच्चों को 5 हज़ार की हर महीने सहायता राशि देने की योजना हो।हाल में ही उन्होंने कोरोना से मृत हुए व्यक्ति के परिवार को एक लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की है। ऐसी और भी योजनाए है जो कोरोनो पीड़ितों  या उनके परिजनों को इस संकट काल मे संबल दे रही है।कांग्रेस को उनकी नेता सोनिया व राहुल गांधी को इससे सीख लेना चाहिए। वह चाहते तो यह योजनाए छतीसगढ़,राजस्थान व महाराष्ट्र में ऐसी योजनाए लागू करा सकते थे । लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नही किया क्योंकि कांग्रेस का लक्ष्य सेवा नही , देश को बदनाम करना और समाज मे भय फैलाकर राजनीति करना भर है।