नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रार चन्द्रकला ने पैसौ का लेनदेन कर फर्जी नर्सिंग काॅलेजो को दी मान्यता।

मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल बनी दलालो का अड्डा रजिस्ट्रार चन्द्रकला स्वयं बढावा दे रही - रवि परमार
भोपाल -: मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा माफियाओं पर कार्यवाही सिर्फ एक कहावत बन कर ही रह गई।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार का आरोप है कि प्रदेश में शिवराज के राज में नर्सिंग शिक्षा माफिया लगातार पैर फैलाते जा रहे हैं ओर इनको बढ़ावा ओर कोई नहीं नर्सिंग कालेजों को मान्यता देने प्रदान करने वाली मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल की रजिस्ट्रार चन्द्रकला खुलेआम स्वयं पैसे का लेनदेन कर रही है 
रवि का कहना है कि मध्यप्रदेश में ऐसे पहली बार हुआ है कि 219 नवीन नर्सिंग काॅलेजो को एक साथ मान्यता दी गई है  जिसमें नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार ओर अन्य कर्मचारियों ने नर्सिंग कॉलेजों के संचालकों से सांठगांठ कर करोड़ो रूपये का लेनदेन  किया है प्रदेश में पहले से ही 448 नर्सिंग कॉलेज संचालित हो रहे थे 219 नवीन काॅलेजो को मिलाकर  अब प्रदेश में कुल 667 नर्सिंग काॅलेज हो गये । परमार नर्सिंग काउंसिल में खुले आम चलती हैं दलाली नर्सिंग काउंसिल में अधिकारी ओर कर्मचारी नहीं पैसे लेकर कार्य करने वाले दलाल बैठे हुये है जो कि पहले स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन   एनवोसी प्रोविजनल ओर अन्य कार्यों के लिये स्टूडेंट्स को पहले तो कमियां बता कर दो से तीन चक्कर लगवाए जाते हैं उसके स्टूडेंट्स से नर्सिंग काउंसिल के अधिकारी ओर कर्मचारी द्वारा लेनदेन कर कार्य करते हैं ।नर्सिंग काउंसिल द्वारा नर्सिंग कालेजों का निरीक्षण सिर्फ कागजों तक सीमित
रवि परमार ने चुनौती दी कि मध्यप्रदेश के नर्सिंग काॅलेजो का निरीक्षण नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार द्वारा सिर्फ कागजों में ही करवाया वास्तविक में 50 फीसदी से ज्यादा काॅलेजों के पास कालेजों संचालित करने के लिये ना तो  भवन हैं ओर ना ही अस्पताल ओर विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं है ऐसे कालेजों को भी कागजो के आधार पर मान्यता दे दी गई ओर अगर सभी कालेजो के पास अस्पताल हैं तो उनमें तत्काल कोविड सेंटर बनाये जाये  | 
रवि ने बताया *नर्सिंग शिक्षक और स्टूडेंट्स का अनुपात* मध्यप्रदेश में 667 नर्सिंग कॉलेज कुल जीएनएम नर्सिंग सीट - 24885 ,कुल बीएससी नर्सिंग सीट - 18719 ,कुल पो.बीएससी नर्सिंग  सीट-7265, कुल एमएससी नर्सिंग सीट - 2452 कुल मिलाकर 2020-21सत्र् में 53321 छात्र-छात्राएं प्रवेश लेते हैं प्रवेश के अनुसार प्रति 10 स्टूडेंट्स पर 1 शिक्षक अनिवार्य यानी 5332 शिक्षक होना चाहिये लेकिन सूची के अनुसार प्रदेश मे पंजीकृत एमएससी संकाय प्राचार्य - 667 ,उप प्राचार्य - 667 ,प्रोफेसर न्यूनतम  - 500 ,एसोसिएट प्रोफ़ेसर न्यूनतम - 500 , असिस्टेंट प्रोफेसर न्यूनतम -1000 कुल लगभग 3,334 ही हैं यानि मध्यप्रदेश में लगभग  2000 नर्सिंग शिक्षकों की कमी उसके बाद भी 219 नवीन नर्सिंग कालेजों को मान्यता दी गई ।
परमार का कहना है कि अगर  नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रार चन्द्रकला ने फर्जी नर्सिंग कालेजों को मान्यता नहीं दी है तो नर्सिंग कालेजों के स्टाफ ओर उनके अस्पतालों के बेड की संख्या पूर्ण पते के साथ सार्वजनिक करे एनएसयूआई मेडिकल विंग फर्जी नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता के मामले को लेकर जल्दी राज्यपाल से मुलाकात कर जाँच की मांग करेगी ओर EOW को भी इसकी शिकायत करेगी |