कोरोना के खिलाफ जंग के बीच पीड़ित मानवता की सेवा भी कर रही है पुलिस।

झाबुआ पुलिस ने पेश की संवेदनशीलता की मिसाल 
भोपाल, 11 मई 2020/ कोरोना संकट के समय जनमानस के बीच पुलिस का एक नया रूप उभरकर सामने आया है। वह रूप है पीड़ित मानवता की सेवा का। झाबुआ पुलिस ने आज ऐसी ही मिसाल पेश की है।
 वाकया यूँ है गुजरात के अमरेली जिले से श्रमिकों को लेकर अली राजपुर की ओर जा रही एक बस आज सुबह लगभग 11 बजे झाबुआ जिले के पिटोल कोरोना चेक नाके पर जाँच के लिए रोकी गई। पिटोल चेक पोस्ट पर जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अन्य पुलिस कर्मी बस यात्रियों के दस्तावेजों की जाँच कर रहे थे तब पता चला कि बस में बैठी एक महिला प्रसव पीड़ा से परेशान है।  पुलिस ने झाबुआ जिले के ग्राम बाड़ी निवासी श्रीमती पातली बाई पत्नी दीपू की परेशानी को समझ कर तत्काल बस को खाली कराया। साथ ही मौके पर मौजूद स्वास्थ्य दल की महिला चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाकर बस में ही उसका सुरक्षित प्रसव कराया। प्रसव के बाद पुलिस द्वारा महिला को मेडीकल टीम की देख रेख में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिटोल में भर्ती करवाया गया, जहाँ जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। झाबुआ पुलिस द्वारा दिखाई गई इस संवेदनशीलता की जिले भर में प्रशंसा हो रही है।