मेडिकल नर्सिंग पैरामेडिकल कॉलेजों में ऑनलाइन स्टडी के नाम पर हो रही खानापूर्ति

रवि परमार ने कहा प्राइवेट कॉलेज नहीं कर रहे हैं विश्वविद्यालय के निर्देशों का पालन


भोपाल -: आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से संबंध्दता प्राप्त प्रदेश के मेडिकल कॉलेजो आयुष कॉलेजो नर्सिंग कॉलेजो पैरामेडिकल कॉलेजो को छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय के सिलेबस के अनुसार ऑनलाइन स्टडी करवाने के निर्देश दिए गए थे जिसमें  पाठ्यक्रम के अनुसार स्टडी मैटेरियल तैयार कर  छात्र छात्राओं को दिया जाना था लेकिन 50 फ़ीसदी से ज्यादा कॉलेजों द्वारा ऑनलाइन स्टडी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने आरोप लगाया कि प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज नर्सिंग कॉलेज पैरामेडिकल कॉलेज विश्वविद्यालय के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं प्रदेश में 400 से 500 कॉलेज विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त है और इनमें अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या एक से डेढ़ लाख है ऐसे में प्रदेश के कई कॉलेज ऑनलाइन स्टडी के नाम पर लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जोकि बर्दाश्त से बाहर है |रवि परमार ने चेतावनी दी कि कुलपति इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें नहीं तो छात्र-छात्राओं का समय के साथ-साथ भविष्य भी बर्बाद होगा इसके जिम्मेदार वह खुद होंगे |रवि परमार ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेज पैरामेडिकल कॉलेज नर्सिंग कॉलेज छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं लेकिन उनको इसके खामियाजा का अंदाजा नहीं है और इसका खामियाजा उन को भुगतना पड़ेगा कहीं कॉलेज सिर्फ ऑनलाइन स्टडी के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं जोकि छात्र छात्राओं के साथ बहुत बड़ा धोख। |