अलग अलग देशो में फिर भी दिल है हिंदुस्तानी

18 देश- 18 दोस्तो की कहानी जहा एक ओर पूरा विश्व कोरोना की चपेट में है वही दूसरी ओर कुछ भरतीय मित्र जो अलग अलग देशों में रहकर भी अपने देश और दोस्तो को सकारात्मक सोच रखने का निवेदन कर रहै है।अट्ठारह दोस्त जो विश्व की अट्ठारह अलग अलग देशो में हैं फिर भी लॉक डाऊन की परिस्थितियों में भी एक दूसरे के साथ खड़े हैँ।   आपस में टच में रहने व सकारात्मक कार्यो हेतु व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। जिसमे डॉ रीनू (इंडिया),उर्मिला (ऑस्ट्रेलिया), मंजु प्रताप (दुबई), मोनिका( अमेरिका), सुदर्शन            (थाईलैंड), रति (कनाडा),समीर (ऑस्ट्रेलिया),शिखा (अमेरिका), रिदिमा(कनाडा),भूपेंद्र कौशिक (लंदन), दैविक (अमेरिका), सुधीर (स्कॉटलैंड), राजीव (साऊथ कोरिया), अक्षय (अबू धाबी),उमेश ( न्यूज़ीलैंड),थारी नाड़ा (श्रीलंका),वरुण (ऑकलैंड)  से हैं l ये अपने अपने देशो के कोरोना को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं कोविद महामारी का देश व लोगो पर क्या प्रभाव पड़ रहा है उसके बारे में भी चिंतन करते है
18 राष्ट्रीयताएं ... 18 भारतीय मित्र और अपने राष्ट्र के लिए एक सरल संदेश: सभी को अपने दरवाजे के सामने झाडू लगाने दें, और पूरी दुनिया अपने आप स्वच्छ हो जाएगी। ''
"जीवन में तूफान के पारित होने की प्रतीक्षा करने के बारे में नहीं है ..यह बारिश में नृत्य करना सीखने के बारे में है।"जैसा स्टिंग गाते हुए कहते हैं, "जब दुनिया दुःख में चल रही होती है, तो आप जो सबसे अच्छा बनाते हैं जो अभी भी आस-पास है यानी अपना समय उन चीजों को करने में लगा दें , आनंद लें जैसे खाना पकाने, पढ़ने, बागवानी, पेंटिंग, खिलौने बनाना इत्यादि । इस तरह से सकारात्मक सोचें - हो सकता है कि पूरी दुनिया अपने आप ठीक हो रही हो और हमें अपने मन और आत्मा को साफ़ करने के लिए ‘ध्यान’ करने का वक्त मिला होl                                          "यह भी बीत जाएगा, सब कुछ अंत में ठीक हो जाएगा और अगर यह ठीक नहीं है, तो यह अंत नहीं है। हम इस तरह से गुजरेंगे, लेकिन एक बार; कोई भी अच्छा काम जो हम कर सकते हैं या किसी भी दयालुता हम किसी भी इंसान को दिखा सकते हैं; तो करें ..अब आप सभी से निवेदन है - स्टे होम, स्टे सेफ !! वी आर यूनाइटेड एंड स्ट्रांगर टूगेदर। ग्रुप की एडमिन डॉ रीनू ने बताया कि इस ग्रुप में हम सब मेडिकल व फार्मास्यूटिकल प्रोफेशननल्स हैं  व हम सब बैचमेट्स, सीनियर्स, जूनियर्स व मित्र है। कुछ दोस्त इंडिया में अपने अपने गांवों के लिए आर्थिक मदद भी पहुँचा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रहने वाले भूपेंद्र कौशिक अपने गांव में राशन के वितरण करवाया।मंजू प्रताप जो कि दुबई में है अपने वीडियो के माध्यम से जागरूकता को बढ़ावा दे रही है। डॉ रीनू यादव जो कि भोपाल की है समाज सेवी व मिसेज इंडिया इंटरनॅशनल है,भी अपने घर के किचन में ही रोज कुछ जरूरतमंदो के लिए खाना बनाती है व दिन में दोपहर व रात के खाने को कुछ संस्थाओं की मदद से डिस्ट्रीब्यूट करती है। ग्रुप की एक अन्य सदस्य मोनिका जो कि अभी अमेरिका में हैं व वो और उनकी फैमिली  एक कोरोना सरवाइवर है। उन्होंने कोरोना से संबंधित जानकारिया अपने ग्रुप मेंबर्स के साथ शेयर की।