शांति धाम श्मशान घाट गोकुल नगर खेड़ा में सोशल डिस्टेंस

इटारसी-कोरोना वायरस को देखते हुये इटारसी के  शांति धाम श्मशान घाट गोकुल नगर खेड़ा में सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन किया जा रहा है  हर आने वाली अंतिम यात्रा में 20 से अधिक व्यक्तियों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है ।शांति धाम के बाहर पहले सभी के हाथ धुलाये जाते हैं। और सैनेनेट्रेज किया जाता है। उसके बाद मुंह पर मास्क लगे सभी व्यक्तियों को दूरी दूरी से अंदर प्रवेश दिया जाता है। गौरतलब है किशांतिधाम श्मशान घाट जनभागीदारी समिति इटारसी  का गठन सन 2011 में तत्कालीन कलेक्टर  निशांत वरवड़े ने रोटरी क्लब नगरपालिका और जन सहयोग से एक जनभागीदारी समिति बना कर किया था । सन 2011 से आज तक 2 करोड रुपए से अधिक के कार्य यहां पर हो चुके हैं।सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह शमशान घाट सरकारी जमीन पर नहीं है राय साहब जुगल किशोर देवीदीन जायसवाल परिवार के द्वारा हिंदुओं के शमशान के लिए उपयोग हेतु यह 4 एकड़ जमीन दी गई है यह आईएसओ प्रमाणित है देश का इकलौता है 25 सौ से अधिक वृक्ष  लगे हैं फूल फल पौधों की यहां खेती होती है। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने यहां बगीचे बनाए हैं ।कोरेना वायरस को देखते हुए  शांति धाम श्मशान घाट जनभागीदारी समिति ने श्मशान घाट में सोशल डिस्टेंस की व्यवस्था की है 20 व्यक्तियों से अधिक को प्रवेश नहीं दिया जाता है उसमें भी रिश्तेदारों को प्राथमिकता रहती है गरीबों की चिता जन सहयोग से निशुल्क जलाई जा रही हैं।