भागवत कथा में कृष्ण भजनों पर जमकर थिरके श्रोता।

संगीतमय कथा के साथ कृष्ण की बाल लीलाओं का किया मंचन  


ब्यावरा। समीपस्थ ग्राम गिन्दौर हाट में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा में कथा वाचक सुश्री वंदना शर्मा के मुखारविंद से संगीतमय भागवत कथा का वाचन चल रहा है।  कथा के पांचवे दिन रविवार को कृष्ण भक्ति और उनकी बाल लीलाओं का मंचन किया गया। इस दौरान कथा वाचक द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रोता जमकर थिरके।  
 भागवत कथा में सुश्री वंदना शर्मा ने कहा कि कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब-जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं। वैसे तो भगवान विष्णु ने अभी तक तेईस अवतारों को धारण किया। इन अवतारों में उनके सबसे महत्वपूर्ण अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण के ही माने जाते हैं। श्री कृष्ण का जन्म क्षत्रिय कुल में राजा यदु कुल के वंश में हुआ था। भागवत भूषण वंदना शर्मा ने कृष्ण जी के जीवन गाथा का विस्तार पूर्वक विवरण कर दर्शको को कृष्ण जी के जीवन लीला एवं गोवर्धन पर्वत धारण करने की लीला के बारे में बताया गया। 


 18 फरवरी से चल रही भागवत कथा और विष्णु यज्ञ का 25 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ समापन होगा।  सभी धर्म प्रेमी ग्रामीण जनों ने और खासकर माता और बहनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्शाती है कि यहां पर भागवत रस आनंद बह रहा है।  इस अवसर पर ग्रामीणों के अलावा रविवार को वरिष्ठ पत्रकार अरुण सक्सेना ने सपरिवार भागवत कथा का पूजन किया।