मातृछाया कल्चर वेलफेयर सोसाइटी  ।

मातृछाया कल्चर वेलफेयर सोसाइटी   सोसायटी के उद्देश्य निम्न अनुसार होंगे।          (1) सरकार की भागीदारी योजना के अंतर्गत सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त करना। उपभोक्ता कल्याण एवं उपभोक्ता के अधिकारों की रक्षा हेतु आवश्यक कार्य करना। (2) समाज के लोगों की व्यक्तिगत, व घरेलू मुश्किलों को दूर करने का प्रयास करना। वह इनकी सामाजिक दिक्कतों से संबंधित सरकारी अधिकारियों से पत्र व्यवहार करना, मिलना, बैठक इत्यादि के तमाम प्रयास करना। (3) पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना तथा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना। स्वच्छता एवं हरियाली का विस्तार करना। वृक्षारोपण ,फूलों के पौधे, आदि लगाना वह इसके लिए समय-समय पर शिविर आदि का आयोजन करना। पर्यावरण प्रदूषण की समस्या के समाधान संबंधी कार्य करना। (4) ऐसे स्व- प्रेरित  तथा जागरूक कार्यकर्ता तैयार करना जो समाज में व्याप्त अशिक्षा, अन्याय, शोषण, उत्पीड़न, एवं असमानता को दूर करने गंदगी, बेरोजगारी, बीमारी, में पिछड़ेपन को देश व समुदाय के सर्वागीण एवं संतुलित विकास में प्रभाव कारी कदम निभा सके। (5 )वरिष्ठ नागरिक विधवा, अपंग- विकलांग, मंदबुद्धि वह गरीब लोगों के कल्याण के लिए काम करना तथा उन्हें हर सहायता पहुंचाने तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को आम जनता तक  पहुंचाना वह उनके प्रति लोगों को जागरूक करना ।जैसे पेंशन बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति आदि महिलाओं, दलितों , बुजुर्गों, गरीब, असहाय लोगों को बिना किसी जाति धर्म भेदभाव के आर्थिक सहायता करने का प्रयास करना वह  रहन-सहन ,खाने-पीने का प्रबंध करना वह उनके लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन करना।(6) बेरोजगार युवाओं को रोजगार आदि की जानकारी देना उन्हें रोजगार दिलाने के लिए मदद करना ।तथा उनको सहयोग एवं मार्गदर्शन कर सहायता उपलब्ध कराना। (7) धर्मार्थ, आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं चिकित्सा पद्धतियों, चिकित्सा विद्यालयों, धर्मा सैनिटोरियम, नर्सिंग संस्थानों, प्रसूति ग्रहों, शिशु कल्याण केंद्र, औषधि निर्माण शालाओं, रसायनशाला, चिकित्सा अनुसंधान केंद्रों का निर्माण संचालन एवं सहयोग करना। समय-समय पर चिकित्सा शिविरों का आयोजन करना व करवाना तथा ऐसे कार्यों में सहयोग करना स्वस्थ जीवन सर्व हेतु ऐसे प्रयासों में यथासंभव योगदान देना। (8)  सरकार द्वारा चलाई जा रही गरीब समाज के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाओं का प्रचार प्रसार करना ।संक्रामक रोगों जैसे एचआईवी एवं एड्स रोग, कैंसर आदि बीमारियों के बारे में लोगों को स्वास्थ्य रक्षा हेतु स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता लाना तथा जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के कार्यक्रम चलाना व सरकारी कार्यक्रमों का ज्ञान देना एवं चिकित्सा सुविधा हेतु सही मार्गदर्शन करना।(9)परिवार कल्याण शिविरों का आयोजन करना एवं  चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना तथा समय-समय पर परिवार नियोजन ,नेत्र चिकित्सा, टीकाकरण ,आदि शिविरों का आयोजन करना।(10)  समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, रूढ़िवादिता, नशाखोरी, बालश्रम, आपसी रंजिश, आदि को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक करना इसके अलावा गैर कानूनी कार्य वह अपराध में लिप्त लोगों को रोकने के संबंध में आवश्यक प्रभावशाली वह कानूनी प्रयास करना। समाज में हो रहे गरीब वर्गों  पर अत्याचारों , अन्याय के खिलाफ कार्रवाई करवाना। (11) लड़कियों महिलाओं की गिरती जनसंख्या को रोकने के लिए कार्य करना। वह सरकार द्वारा चलाई जा रही बेटी- बचाओ, बेटी- पढ़ाओ की योजनाओं को समाज में लागू करवाने में मदद करना। उसका प्रचार -प्रसार करना ।महिला एवं बाल- विकास के उत्थान के लिए कार्य करना व उनके अधिकारों की रक्षा करना वह उन्हें अधिकार दिलवाने के लिए प्रयास करना। (12) किन्नरों के उत्थान के लिए कार्य करना। वह उनके अधिकार दिलाने का प्रयास करना। (13)  नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना करना ।तथा समाज को नशा मुक्त बनाने का प्रयास करना। समय-समय पर रक्तदान व नेत्रदान शिविरों का आयोजन करना ।वह इसके लिए लोगों को प्रेरित करना ।बहुजन हिताय बहुजन सुखाय की नीति अपनाकर समाज को निर्भय वह आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना।(14) समस्त सामाजिक कार्य जो मानवता के लिए वाशिनी हो तथा बाढ़, अकाल, महामारी, भूकंप ,अकस्मत, आपदाओं आदि से प्रभावित लोगों की सेवा के लिए आगे आना। उनके लिए शिविर लगाना ।राहत कार चलाना एवं सेवा- भाव से सेवा करना व सहायता करने का प्रयास करना।(15) अल्पसंख्यक समुदाय को पिछड़े वर्ग के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिलवाना तथा सामाजिक सुधार की मुख्यधारा में शामिल करना। उनके लिए सहायता कल्याण कार्यक्रम कर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार तथा जागरूकता लाने का प्रयास करना तथा स्वयं सहायता समूह बनाना। तथा तकनीकी आधार पर उत्थान करने का प्रयास करना। (16) समाज के कमजोर गरीब, निर्धन, असहाय , नि-आश्रित बेसहारा, बच्चों विधवा औरतों व वृद्ध पुरुषों आदि को समाज में उचित सम्मान व सहायता सहयोग उपलब्ध कराने हेतु उचित प्रयास करना। आदिवासी ग्रामीण एवं शहरी गरीबों अन्य पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जातियों के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण- आत्मक केंद्रों का संचालन एवं निर्देशन करना। (17)पिछड़े इलाकों का सर्वेक्षण करना एवं उनके विकास की योजना व उनकी जरूरत के मुताबिक उनको सहायता देना। समाज के पिछड़े वर्गों के सर्वागीण विकास के लिए स्कूल व तकनीकी शिक्षा संस्थानों एवं कालेजों की स्थापना करना। समाज में अच्छी शिक्षा व प्रचार- प्रसार करना तथा समाज के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास करना। (18) समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, बाल- विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, रूढ़िवादिता ,नशाखोरी, बालश्रम ,आपसी रंजिश आदि को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक करना ।इसके अलावा अन्य गैरकानूनी कार्य व अपराध में लिप्त होने को रोकने के संबंध में आवश्यक प्रभावशाली व कानूनी प्रयास करना। समाज में हो रहे गरीब वर्गों पर अत्याचार अन्याय के खिलाफ कार्रवाई करना।  (19) अनाथ, विधवा ,असहाय महिलाओं बच्चों एवं वृद्धों के लिए आवास भोजन एवं चिकित्सा की व्यवस्था करवाने का प्रयास करना, महिलाओं को स्वच्छता के महत्व को समझाना, विकलांग व्यक्तियों के हित में काम करना। जैसे हस्तकला, शिल्प कला आदि विभिन्न प्रकार व प्रशिक्षण के माध्यम से स्वावलंबी बनाना।( 20)गौशालाओं का निर्माण करना एवं अन्य बीमार जानवरों का इलाज करवाना वह उनके लिए प्रबंध करना। (21) संस्था कराटे, खेल के विकास के लिए सामाजिक स्तर पर बालक- बालिकाओं, युवक-युवतियों ,महिला- पुरुषों में इस खेल का रुझान पैदा करेगी तथा उनके आत्मरक्षा एवं अनुशासन की भावना पैदा करेगी।