मध्यप्रदेश में भारी बारिश से हाहाकार मंदसौर सहित 35 जिलों में फिर अलर्ट जारी


भोपाल।लगातार बारिश से बेहाल मध्यप्रदेश में आफत अभी थमी नहीं है। एक साथ कई सिस्टम एक्टिव होने के साथ मानसून तेजी से सक्रिय हो गया है और प्रदेशभर में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग के माने तो अभी अगले 4-5 दिन तक भारी और अति भारी बारिश से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। पूर्वी मध्यप्रदेश में तो बारिश का प्रभाव अपेक्षाकृत कम है, लेकिन पश्चिमी मध्यप्रदेश में वर्षा की तीव्रता, वेग और प्रभाव ज्यादा है। मौसम विभाग के मुताबिक बारिश से संबंधित सभी सिस्टम प्रदेश के ऊपर सक्रिय है। वहीं आगामी 15 सिंतबर के बाद फिर एक सिस्टम बंगाल की खाड़ी मे बनेगा जो आने वाले 4 से 5 दिनों तक प्रदेश को तरबतर करता रहेगा।अगले चौबीस घंटे 35 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले चौबीस घंटों में भोपाल समेत कई जिलों झमाझम बारिश हुई। विदिशा और रायसेन में तो बाढ़ के जैसे हालात बन गए हैं। वहीं भोपाल में शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया और दो पुराने मकान भी ढह गए।वही भारी बारिश के तेज बहाव के काऱण भदभदा के 3, कोलार के 4 और कलियासोत के 5 गेट खोलने पड़े हैं। वहीं 13 साल में पहली बार कोलार के सभी 8 गेट मंगलवार को शाम खोले गए। 2006 के बाद ऐसा हुआ। खंडवा जिले के इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध में से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। इस कारण नर्मदा नदी समेत शिवना और चंबल नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई है। कई लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है।दो बाइक सवार उफनती नदी को बार करने के दौरान बह गए। हालांकि स्थानीय लोगों की मदद से इन्हें बचा लिया गया, वहीं बंड पिपलिया में एक महिला नाले में बह गई।इधर, रतलाम से खबर है कि ताजपुरिया गांव में बारिश के दौरान नाला पार कर रहा एक बुजुर्ग कान्हा पिता भीमा मावी बह गया। थोड़ी दूर पर उसका शव मिला है।
*प्रसूता को खटिया पर ले गए युवक*
सीहोर जिले की आष्टा तहसील के ग्राम पंचायत बरखेड़ा हसन में एक गर्भवती को ग्रामीण युवक जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंचने के कारण खटिया को कंधों में उठाकर अस्पताल पहुंचे। असल में, गांव और कॉलोनी के बीच एक नाला उफान मार रहा था, इस कारण ग्रामीणों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया था। नाले के पार जननी एक्सप्रेस आ गई थी, इस दौरान युवकों ने प्रसूता को खटिया पर लिटाकर नाला पार कर जननी एक्सप्रेस में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। प्रसूता को आष्टा अस्पताल भर्ती किया गया है। 
*फसलों को भारी नुकसान*
इधर तेज बारिश से किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। धान की खेती के अलावा बांकि फसले खराब हो गई है। अबतक प्रदेश में साढ़े तीन हजार हेक्टेयर से ज्यादा रकबे की खरीफ फसल अतिवर्षा की भेंट चढ़ चुकी है। 17 जिलों में जलभराव वाले खेतों की सोयाबीन, मूंग, उड़द और सब्जी की फसलें बर्बादी की कगार पर हैं। इससे किसानों को लगभग 70 करोड़ रुपये मूल्य की फसल के नुकसान का प्रारंभिक अनुमान है। 32 जिलों में करीब 20 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में मौसम विभाग ने प्रदेश के किसानों को सुझाव दिया है कि पानी को समय समय पर खेतों से निकालते रहें। ज्यादा पानी जमा होने से फसलों को नुकसान हो सकता है।
*इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी*
भोपाल, इंदौर, धार, खंडवा ,खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, नीमच, मंदसौर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, गुना, अशोकनगर, होशंगाबाद, हरदा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, अनूपपुर, डिंडोरी और जबलपुर में अलर्ट जारी।